कांग्रेस की कर्नाटक में प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी खामोश हार के लिए जिम्मेदार कौन
कांग्रेस की कर्नाटक में प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी खामोश हार के लिए जिम्मेदार कौन

दिल्ली : साम दंड भेद के बाद भी भारतीय जनता पार्टी को कर्नाटक में करारी शिकस्त मिली है। परिणाम आने के बाद भाजपा में सन्नाटा पसरा है। हर हथकंडा अपनाने के बाद भी भाजपा को कर्नाटक की जनता ने आईना दिखाने का काम किया है।
जबकि भाजपा ने हनुमान जी के मुद्दे को भुनाने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ग्रह मन्त्री अमित शाह ने कर्नाटक विधानसभा में जमकर कांग्रेस पर हमला बोला।
लेकिन मतदाताओं ने धर्म जाति मजहब से ऊपर उठकर कांग्रेस को प्रचंड जीत की चौखट पर लाकर खड़ा कर दिया, और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए सिर्फ 65 सीटों पर समेट दिया।
जिसके बाद भाजपा के मत्थे पर चिंता की लकीरें उभर आई है। भाजपा कर्नाटक की जनता को हिन्दुत्व के नाम पर रिझाने में असफल साबित हो गई। वहीं कांग्रेस इस प्रचंड जीत पर बेहद उत्साहित है।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने नयी ऊर्जा का संचार हुआ है। जबकि भाजपा ने हर वो चाल चली जो कांग्रेस को हार तक पहुंचने के लिए काफी थी। लेकिन भाजपा के सारे मनसूबों पर पानी फिर गया। कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल कर भाजपा को परस्त कर दिया। जिसके बाद भाजपा को बडा झटका लगा है।
जिसके बाद भाजपा चिंतित हैं। कर्नाटक विधानसभा के परिणाम भाजपा के ख़तरे का संदेश है। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत का असर आने वाले लोकसभा चुनावों पर पड़ सकता है।
बीते कुछ दिनों से राहुल गांधी ने कांग्रेस के लिए जी तोड मेहनत की भारत जोड़ो यात्रा का असर भी कर्नाटक विधानसभा चुनावों में मील का पत्थर साबित हुआ। राहुल गांधी ने आडनी मामले को लेकर भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए थे।
वहीं उनकी सदस्यता को रद्द करना भी भाजपा पर भारी पड़ा। जिसके बाद कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में अपना परचम लहराने में बड़ी सफलता हासिल कर ली।
ब्यूरो चीफ एम सलीम खान की रिपोर्ट
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