फर्जी पत्रकार बन गए विजिलेंस के कर्मी और गिरफ्तारी का खौफ दिखाकर सिंचाई विभाग के बाबू से ठग लिए एक लाख रुपए अब पहुंचे सलाखों के पीछे
फर्जी पत्रकार बन गए विजिलेंस के कर्मी और गिरफ्तारी का खौफ दिखाकर सिंचाई विभाग के बाबू से ठग लिए एक लाख रुपए अब पहुंचे सलाखों के पीछे

हल्द्वानी : देश के चौथे स्तम्भ कहें जाने वाले पत्रकारों के लिए गजब की खबर है। जहां एक तरफ ईमानदार और कर्तव्य निष्ठ पत्रकार धूप बारिश आंधी तूफान का सामना करते हुए आप तक हर खबर पहुंचने में अहम भूमिका निभाते हैं वहीं कुछ ऐसे कथित पत्रकार भी जो पत्रकारिता का सहारा लेकर लोगों को झूठे मुकदमे में आरोपी बनाने का खौफ दिखाकर उनसे रंगदारी वसूलने का काम किया करते हैं।
एकं ऐसा ही मामला हल्द्वानी से सामने आया है। जहां कथित पत्रकारों ने एक षड्यंत्र के तहत सिंचाई विभाग के बड़े बाबू उमेश चंद्र कोठरी से एक लाख रुपए ठग लिए।इस मामले में पुलिस ने तीन फर्जी पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। जबकि इस मामले में बबली की रोल निभाने वाली महिला पत्रकार पुलिस की पकड़ से बाहर है।
पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया है। अपर पुलिस नगर जगदीश चन्द्र ने बताया कि पुलिस की पकड़ में आए भूपेंद्र सिंह पुत्र रणधीर सिंह निवासी बाजपुर जनपद ऊधम सिंह नगर, सुन्दर पुत्र हयात सिंह निवासी गुलरभोज जनपद ऊधम सिंह नगर और सौरभ गाबा पुत्र किशन लाल निवासी शांति बिहार कालौनी रुद्रपुर को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं इनकी सहयोगी महिला पत्रकार अभी फरार है।जिसकी तलाश की जा रही है। जानकारी के मुताबिक यह सभी फर्जी विजिलेंस के कर्मी बनाकर सिंचाई विभाग के कार्यालय में बड़े बाबू उमेश चंद्र कोठरी के कार्यलय पहुंचे, जहां इन्होंने उन्हें कुछ वीडियो और फोटो दिखाते हुए गिरफ्तार करने की बात कही।
गिरफ्तारी से बचने के लिए एक लाख रुपए की मांग की गई। बड़े बाबू उमेश चंद्र कोठरी के पास पत्नी के उपचार में खर्चे से पैसा का अभाव था। उन्होंने अपने एटीएम कार्ड से इन लोगों में एक साथ जाकर 70000 रुपए दिए, और 20000 रुपए अपने एक दोस्त से उधार लेकर इन्हें दिए वहीं 10000 रुपए अपने रिश्तेदार से लेकर दे दिए।
जिसके बाद यह सब मौके से फरार हो गए।शक होने पर बड़े बाबू ने पुलिस चौकी में इसकी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस इनकी खोजबीन में जुट गई। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद तीन आरोपियों को गिरफतार कर लिया। जबकि इनकी महिला साथी अभी फरार है।जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस रंगदारी, धोखाधड़ी जैसी संगीन धाराओं में इसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसके बाद इन्हें अदालत में पेश किया गया। जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। पत्रकारिता जैसे ईमानदार पेशे को कलंकित करने वाले यह ठग बेहद शातिर दिमाग के है।
ब्यूरो चीफ एम सलीम खान की रिपोर्ट
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