आटोमोटिव फैक्ट्री द्वारा गैर-कानूनी से तरीके से निकाले गए स्थायी मजदूरों ने वेतन की मांग को लेकर उप श्रम आयुक्त कार्यालय पर धरना दिया

आटोमोटिव फैक्ट्री द्वारा गैर-कानूनी से तरीके से निकाले गए स्थायी मजदूरों ने वेतन की मांग को लेकर उप श्रम आयुक्त कार्यालय पर धरना दिया

 0  17
आटोमोटिव फैक्ट्री द्वारा गैर-कानूनी से तरीके से निकाले गए स्थायी मजदूरों ने वेतन की मांग को लेकर उप श्रम आयुक्त कार्यालय पर धरना दिया
आटोमोटिव फैक्ट्री द्वारा गैर-कानूनी से तरीके से निकाले गए स्थायी मजदूरों ने वेतन की मांग को लेकर उप श्रम आयुक्त कार्यालय पर धरना दिया

रुद्रपुर : समाज ऑटोमोटिव फैक्ट्री द्वारा गैरकानूनी तरीके से निकाले गए स्थायी मजदूरों ने अप्रैल माह के वेतन की मांग पर श्रम भवन पर एक दिवसीय धरना दिया. धरने को विभिन्न संगठनों ने समर्थन दिया.

धरने को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन( ऐक्टू) के प्रदेश महामंत्री के.के.बोरा ने कहा कि 39 दिनों से समाज आटोमोटिव कंपनी के 41 स्थायी मज़दूर गैरकानूनी तरीके से बाहर कर दिए गए.

समाज आटोमोटिव कारखाने ने निकाले हुए मजदूरों का 20 दिनों का अर्जित वेतन अभी तक नहीं दिया है. श्रम विभाग के अधिकारी मजदूरों का वेतन दिलाने के छोटे से मसले पर भी हाथ खड़ा कर दे रहे हैं. ऐसे में मजदूर फरियाद लेकर किसके पास जाएंगे.

आम आदमी पार्टी की महिला नेता किरण विश्वास ने समर्थन देते हुए कहा कि भाजपा सरकार के राज में मेहनतकश मजदूरों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. कानून उनके पक्ष में होने के बावजूद सरकार- मालिक गठजोड़ के दबाव में मजदूरों के साथ न्याय नहीं हो रहा है.

उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की ओर से समर्थन देते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप ने कहा कि आशाओं से लेकर आंगनबाड़ी ,भोजन माता ,फैक्ट्री वर्कर सहित तमाम मेहनत करने वाले लोग परेशान हैं.

आशा आंगनबाड़ी को वक्त से वेतन नहीं दिया जा रहा है , श्रमिकों को स्थाई होने के बावजूद रोजगार से निकाला जा रहा है.यह सरासर अन्याय है सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करके मजदूर वर्ग की समस्याओं को हल करना होगा.

इंट्रार्क मजदूर संगठन के दलजीत सिंह ने कहा कि श्रम विभाग के अधिकारियों सहित जिला प्रशासन मजदूरों के साथ अन्याय कर रहा है. हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद भी उस आदेश को लागू कराने वाला जिला प्रशासन आदेश को लागू नहीं करवा पा रहा है. श्रम विभाग अपने स्तर पर सुलझाने वाले मुद्दों को भी श्रम न्यायालय में भेज दे रहा है.

मजदूरों से बिना वेतन का काम लेकर समाज आटोमोटिव मजदूरों का खुलेआम शोषण कर रही है.समाज आटोमोटिव कारखाने के मजदूरों को अभी तक 20 दिन का वेतन नहीं दिया गया है. जबकि उन्हें कारखाना मालिक ने स्थाई होने के बावजूद बिना किसी वैद्य प्रक्रिया के कारखाने से निकाल दिया है.

धरने में भाकपा (माले) जिला सचिव ललित मटियाली , सुब्रत विश्वास, संजू बाला , स्नेह लता शर्मा ने भी समर्थन दिया . धरने में करन सिंह, जीवन राम , जयशंकर , गौरी शंकर, केशव प्रसाद ,धर्मेंद्र पटेल, चरन सिंह, रंजन कुमार ,ललित सिंह रावत, जगदंबिका प्रसाद ,उदय पाल सिंह, ओमप्रकाश ,पुरुषोत्तम, हेमराज, हारून,राजेश कुमार।

जसवंत कुमार ,यशपाल ,अजीत गंगवार ,लक्ष्मण सिंह, राकेश कुमार, नरेंद्र चौहान उपेंद्र कुमार जयपाल सिंह हरीश चंद्र अशोक कुमार , शैलेंद्र, रामानंद आदि वर्कर्स उपस्थित थे। यह जानकारी पीडीपीएल मजदूर यूनियन के अध्यक्ष प्रकाश चिल्धाल ने मीडिया को दी।

 ब्यूरो चीफ एम सलीम खान की रिपोर्ट

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow