छुटमलपुर : फर्जी तरीके से संचालित हो रहे पैथोलॉजी लैब
छुटमलपुर : फर्जी तरीके से संचालित हो रहे पैथोलॉजी लैब

विभाग द्वारा लापरवाही से लोगो के साथ हो रहा खिलवाड़!!
गलत रिपोर्ट से मरीजों की जान जोखिम में डालने वाले पर कार्यवाही कौन करेगा??
सहारनपुर जनपद के छुटमलपुर क्षेत्र में धड़ल्ले से कई फर्जी लैब संचालित की जा रही हैं, जबकि विभाग द्वारा फर्जी तरीके संचालित लैब पर कोई कार्यवाही अबतक अमल में नहीं लाई गई।
फर्जी लैब की रिपोर्ट पर मरीजों का डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा हैं, जिससे लोगो की जान जोखिम में पढ़ रही हैं। विगत दिनों ही एक मरीज की दो लैब ने अलग अलग रिपोर्ट बनाकर दे दी थी। जबकि विभाग द्वारा इसके बावजूद भी लैब पर कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं।
क्या है पूरा मामला
स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता से कस्बा छुटमलपुर में फर्जी पैथलॉजी लैब का कारोबार खूब फलफूल रहा है। जिले में अवैध पैथोलॉजी लैब की बाढ़ सी आ गई है। कलेक्शन सेंटर की आड़ में धड़ल्ले से अवैध पैथोलॉजी लैबों का संचालन किया जा रहा है।
मामला छुटमलपुर कमालपुर रोड पर जगह-जगह पैथोलॉजी लैब खोल ली गई हैं और इनकी संख्या में तेजी से इजाफा भी होता जा रहा है। बिना रजिस्ट्रेशन व अधिकृत मान्यता न होने के बावजूद संचालित हो रहीं पैथोलॉजी लैबों की जानकारी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
छुटमलपुर में डॉक्टरों के क्लीनिक व नर्सिंग होम के आसपास कुकुरमुत्ते की तरह उपजे पैथोलॉजी लैबों में जहां एक तरफ मरीजों का आर्थिक शोषण होता है, वहीं उनके द्वारा किए गए जांच की गलत रिपोर्ट होने से मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।
केवल छुटमलपुर में 30 से अधिक पैथोलॉजी लैब संचालित हो रहे हैं।लेकिन,स्वास्थ्य विभाग के पास छुटमलपुर में रजिस्टर्ड पैथोलॉजी लैब की संख्या बताने से कतराते हैं।
जानकारों का कहना है कि छुटमलपुर में तीन पैथोलॉजी जांच घर ही एमडी पैथोलॉजिस्ट द्वारा चल रहे हैं। इसके अलावा जो पैथोलॉजी लैब हैं वे एमबीबीएस डॉक्टरों की देखरेख में संचालित हैं।
वहीं कुछ लैब टेक्नीशियनों द्वारा भी पैथोलॉजी लैब चलाए जा रहे हैं। लेकिन सबसे संख्या वैसे पैथोलॉजी लैबों की है जिन्हें न तो डॉक्टर चला रहे हैं ना एलटी। ऐसे पैथोलॉजी लैब फर्जी तरीके से संचालित हो रही है।
छुटमलपुर में ऐसे पैथोलॉजी लैबों की संख्या काफी अधिक हैं। केवल सहारनपुर रोड़ में ही दर्जनों ऐसे लैब संचालित हैं जिन पर कहीं कोई साइन बोर्ड तक नहीं लगा है। ये डॉक्टरों के पास कार्यरत स्टॉफ की मिलीभगत से मरीज को लैब तक लाते हैं।
छुटमलपुर में कुछ ऐसे पैथोलॉजी लैब भी चल रहे हैं जो किसी ऐसे डॉक्टर के नाम पर रजिस्टर्ड है जो यहां रहते तक नहीं है। उन लैबों में नौसिखिए खून निकाल रहे हैं।
जांच कर रहे हैं और रिपोर्ट भी बनाकर दे दे रहे हैं। इतना ही नहीं उस रिपोर्ट पर किसी डॉक्टर का हस्ताक्षर ले लेते हैं। ये डॉक्टर कौन होता है कोई नहीं जानता। सभी की रिपोर्ट में किसी न किसी डॉक्टर का हस्ताक्षर रहता है। जबकि ऐसे कई जांच हैं जो सिर्फ एमडी (पैथोलॉजी) ही कर सकते हैं।
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