मसूरी बाटा घाट कांड की 27 साल हुए पूरे बाटा घाट पर आयोजित हुई गोष्टी
उत्तराखंड राज्य आंदोलन बाटा घाट कांड पर बाटा घाट पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि धनोल्टी विधायक और आंदोलनकारी प्रीतम सिंह पवार ने शिरकत की
मसूरी : उत्तराखंड राज्य आंदोलन बाटा घाट कांड पर बाटा घाट पर गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि धनोल्टी विधायक और आंदोलनकारी प्रीतम सिंह पवार ने शिरकत की।
इस मौके पर आंदोलनकारियों ने 15 सितंबर को पुलिस द्वारा आंदोलनकारियों पर किये गए लाठीचार्ज को लेकर घोर निंदा की।
उन्होंने कहा कि 2 सितंबर को मसूरी गोली कांड के बाद उत्तरकाशी और टिहरी से हजारों की तादात पर लोग मसूरी में शहीद हुए लोगो की तेरवी में शिरकत करने जा रहे थे
कि पुलिस द्वारा मसूरी से कुछ दूर वुडस्टॉक स्कूल के पास सभी आंदोलनकारियों को रोक दिया गया और उन पर जमकर लाठी भांजी कर प्रताड़ित किया गया।
उन्होंने कहा कि शहीदों पर सपनों का उत्तराखंड बनाए जाने को लेकर बहुत कुछ किया जाना बाकी है ऐसे में पूर्व सभासद बिना पवार द्वारा मसूरी के शहीद स्थल पर लगी शहीदों की मूर्ति पर सवाल उठाए
उन्होंने कहा कि मूर्ति अपने सही स्वरूप में नहीं है ऐसे में शहीदों का अपमान है उन्होंने कहा कि शहीदों के स्वरूप की मूर्ति बनवा कर लगाई जानी चाहिए जिसको लेकर पूर्व में भी मांग उठाई गई
धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कि उत्तराखंड निर्माण को लेकर उनके जैसे कई लोगों ने पुलिस की यातनाएं झेली हैं कई लोग शहीद हुए हैं और ऐसे में उन शहीदों और आंदोलनकारी के उत्तराखंड बनाए जाने को लेकर अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
उन्होंने कहा कि आज वह शहीदों के बलिदान और आंदोलनकारियों की वजह से विधायक बने गए पूर्व में मंत्री रहे हैं और उनके द्वारा पूरी कोशिश की गई कि उत्तराखंड के विकास के लिए जो संभव हो सके वह करें
उन्होंने सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों से अपील करें कि सभी लोग एकजुटता होकर उत्तराखंड के विकास के साथ यहां से बेरोजगारी पलायन जैसी समस्याओं को हल करने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाई।
रिपोर्टर : सुनील सोनकर, मसूरी
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