भाजपा में शामिल होने की होड़ में भू स्वयं कायदे मिल्लत ने अब केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दरबार में लगाईं हाजरी
भाजपा में शामिल होने की होड़ में भू स्वयं कायदे मिल्लत ने अब केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के दरबार में लगाईं हाजरी

रुद्रपुर : मुस्लिम समुदाय का खुद को नेता साबित करने वाले एक तथाकथित कायद (स्वयं घोषित) इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में बना हुआ हैं।
एक बाद एक भाजपा के केन्द्रीय मंत्रियों सहित उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दरबार में हाजिरी तक लगाकर भाजपा में शामिल होने की जुगत भिड़ा चुका हैं।
लेकिन शातिर होने के बावजूद अपने मनसूबों में लगातार असफल हो रहा है भाजपा उससे पूरा किनारा कर रही है। तीव्र बुद्धि अपनी डूबतीं नाव को भाजपा के समुद्र में तैराना तो चाहता हैं लेकिन कोई खेवनहार नजर नहीं आ रहा,
वक्फबोर्ड के अध्यक्ष को सुनहरे ख्वाब दिखाकर उन्हे खेवनहार बनाने के सारे प्रयास कर लिए लेकिन जिन्हे ये खेवनहार बना रहे था,उनका खुद का कोई खिवैया नही सो संपर्क साध कर किसी तरह मुख्यमंत्री तक पहुंचा लेकिन पार्टी में प्रवेश पाने में असफल रहा।
विदित हो कि इसने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व नारायण दत्त तिबारी को गुमराह कर उत्तराखंड हज कमेटी की कयादत हासिल थी,लेकिन उस समय एक चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए इसकी करतूतों को जग जाहिर कर दिया। हाजियों से रिश्वत खाने के मामले सार्वजनिक पटल पर देखा गया।
खुद बेनकाब हुआ और सरकार को भी बदनाम कर कलंक लगवा दिया,हज कमेटी के चेयरमैन पद से हटा दिया गया, थू थू खूब हुई उसके बाद उसे राजनीति करने के लिए कोई सटीक मंच नहीं मिला। हालांकि उसने कांग्रेस में पुनः वापसी के भरसक प्रयास किए, लेकिन लगातार उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी ने उसे दर किनार ही रखा।
अब इस शातिर दिमाग ने योजनाबद्ध होकर उत्तराखंड की भाजपा इकाई से अनुकूल परिणाम न मिलने पर थक हार कर किसी तरह जुगत भिड़ा कर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तक पहुंच कर फोटो खिंचवाई और योजना के तहत वायरल भी कराई,
लोगों का कहना है कि जब जब इसके मदरसे की जांच की इसे आशंका होती है तब तब यह सत्ताधारी मंत्रियों व अधिकारियों के साथ फोटो खिंचवाकर वायरल करता है
अभी भी यही कहा जा रहा है कि इसके सत्तापक्ष के मंत्रियों के साथ बार बार फोटो वायरल करने के पीछे शायद वजह यही है कि शायद इसके दरबे और क्रिया कलापों की जांच की संभावना है जिस से ध्यान बटाने हेतु यह फोटो दिखा दिखा कर भ्रमित और प्रभावित कर रहा है योजना के तहत फोटो वायरल करवा कर संपर्क बढ़ता हुआ दिखा रहा हैं।
यानि एक तीर से दो नही बल्कि तीन निशाने लगा रहा हैं ,नंबर एक कि भाजपा में प्रवेश का द्वार खुल जाए,दूसरा इनकी पोल खोलने वाले सामाजिक कार्यकर्ता पत्रकार इन वायरल फोटो को देख कर मानसिक रूप से दबाब में आ कर भयग्रस्त हो जाएं।
तीसरा इनके दरबे यानी मानकों के विपरीत चल रहे उस मदरसे जिसमे सरकार के लाखों रुपए का गोलमाल है की यदि शिकायत भी हो तो उसकी जांच करने वाला अधिकारी फोटो से प्रभावित रहे,जबकि सच्चाई यह है कि इस शातिर पर भाजपा का कोई भी वरिष्ठ नेता ज्यादा गौर ही नही दे रहा हैं ।फिर भी वह अपने शातिर मनसूबों को अंजाम देने में लगातार जुटे हुआ हैं।
हाल ही इसने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में मुलाकात की जो मुख्यमंत्री की जनता के लोगों से सामान्य मुलाकात ही थी।लेकिन अफसरों और पोल खोलने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं व पत्रकारों पर मानसिक दवाब बनाने के लिए
मुख्यमंत्री के साथ ली गई तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जिसके बाद उनकी पृष्ठभूमि पर मुस्लिम समुदाय के कुछ खास लीडरों ने बड़े सवाल खड़े किए थे। उल्लेखनीय है कि इसकी कार्यशैली हमेशा विवादों में घिरी हुई है।
और संभावना जताई जा रही है कि इसके दरबे रूपी मदरसे की जांच के लिए सामाजिक कार्यकर्ता लामबंद हो चुके है जिससे इसे जांच में फसने का डर है तो यह बड़े बड़े नेताओं के साथ फोटो वायरल कर रहा है
संवाददाता एम सलीम खान की रिपोर्ट
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