बारूद के ढेर पर बैठा है देहरादून का लालतप्पड
बारूद के ढेर पर बैठा है देहरादून का लालतप्पड

डीसी के नियमों को पलीता लगाकर शहर में बड़े स्तर पर पटाखों का अवैध भंडारण किया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी खबर ही नहीं है।
हालांकि पिछले दिनों जिला मजिस्ट्रेट ने ऊंची आवाज में पटाखे चलाने पर भी पाबंदी लगाने के आदेश जारी किए हैं, मगर थोक भाव पटाखों के कुछ विक्रेताओं ने अवैध तौर पर पटाखों के गोदाम तक बना लिए हैं। अवैध तौर पर पटाखों के भंडारण तबाही का कारण बन सकते हैं।
कहना गलत नहीं होगा कि इसी तरह से प्रशासनिक अधिकारी सोए रहे तो डीसी के आदेश बारूद के धुएं में गुम भी हो जाएंगे। सूत्र बताते हैं कि देहरादून में पटाखा बेचने की दुकानें अलर्ट की जाती हैं।
ज्यादा कमाई के चक्कर में अभी से ही उसके इर्द-गिर्द गोदाम बनाकर पटाखे जमा कर लिए गए थे। लाइसेंस वगैरह है नहीं। अवैध पटाखे के रूप में मौत का सामान तैयार है।
अगर प्रशासनिक अधिकारी सरगर्मी से तलाशी अभियान चलाएं तो देहरादून शहर में विभिन्न जगहों पर अवैध तौर पर गोदाम में स्टोर किए गए 40 से 45 लाख के पटाखे बरामद हो सकते हैं।
ऐसा नहीं है कि पुलिस प्रशासन को इन अवैध भंडारणों के बारे में पता नहीं है, लेकिन वह सब कुछ जानते हुए भी अंजाम बनी बैठी है। अवैध तौर पर पटाखों के भंडारण के प्रति अभी कुंभकर्णी नींद में डूबने वाला प्रशासन, कोई मुसीबत आने पर हाथ मलता नजर आएगा।
रिपोर्ट : आंचल धीमान
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