बिहार भागलपुर एक स्मैक की पुडिया के लिए कर दी हत्या एक महीने की मेहनत के बाद पुलिस ने खोला हत्या का राज
बिहार भागलपुर एक स्मैक की पुडिया के लिए कर दी हत्या एक महीने की मेहनत के बाद पुलिस ने खोला हत्या का राज

भागलपुर बिहार : बिहार पुलिस ने करीब कड़ी मेहनत के बाद एक हत्या का रहस्य खोल दिया।रह हत्या स्मैक की पुड़िया के ऐवज में की गई थी। वहीं हत्यारे भी दो नाबालिग युवक निकले। जिन्हें अदालत ने बाल सुधार गृह भेज दिया। भागलपुर में ट्रांसपोर्ट मुकेश यादव की हत्या बीते महीने अप्रैल की 2 तारीख को दो अज्ञात युवकों ने गोली मारकर कर दी।
जिसके बाद दहशत का माहौल पैदा हो गया। वहीं यह हत्यारे पुलिस की पकड़ से बाहर हो गए। पुलिस ने इनकी तलाश में रात दिन एक कर दिया। लेकिन हत्यारों का कोई सुराग नहीं लगा। जिसके बाद भागलपुर पुलिस पर उच्च अधिकारियों का दबाव बढ़ता गया। पुलिस ने करीब एक महीने की मेहनत के बाद इस हत्या पर पर्दा उठा दिया।
दरअसल यह हत्या सिर्फ एक स्मैक की पुड़िया के लिए की गई थी।नशे के आदी दो नाबालिग युवकों का फ़ायदा उठाकर एक स्मैक तस्कर ने अपनी पुरानी रंजिश के चलते मुकेश यादव की हत्या कराई थी। पुलिस को मुखबिर से पता चला कि एक स्मैक तस्कर कुछ नाबालिग युवकों को नशे का आदी बनाकर उनसे गलत काम करता है।
जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मणिशंकर नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने स्मैक तस्करी की बात काबूल की पुड़िया की पूछताछ के दौरान मणिशंकर के मोबाइल फोन पर एक फोन आया पुलिस ने फोन को स्पीकर मोड़ पर डाल कर उससे बात करने को कहा तो पता चला कि फोन किसी मुन्ना नामक युवक का है।
जिसने मणिशंकर से कहा कि हमने तुम्हारा काम कर दिया, और तुमने हमें सिर्फ एक पुड़िया स्मैक दी दो पुड़िया स्मैक और दे दो तुम जो कहोगे हम वो कर देंगे।यह सुनकर पुलिस के कान खड़े हो गए। पुलिस मणिशंकर से पूछा कि कौन सा काम किया है इन लड़कों ने पहले तो मणिशंकर पुलिस को इधर-उधर भटकता रहा, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती की तो उसने सारी काहनी पुलिस को बता दी।
उसने पुलिस को बताया कि मुन्ना और बबलू नामक युवकों से उसने मुकेश यादव की हत्या कराई है जिसके एवज में उन्हें स्मैक की पुड़िया दी थी। उसने बताया कि यह दोनों नशे के आदी हैं, लेकिन पैसे की तंगी से नशे की लत को पूरा नहीं कर पाते हैं।
मैंने इनकी इसी लत का फायदा उठाकर इनसे मुकेश यादव की हत्या कराई। जिसके बाद पुलिस ने मुन्ना और बबलू को भी गिरफ्तार कर लिया। जिन्हें कोर्ट ने बाल सुधार गृह भेज दिया।
वहीं मणिशंकर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। मतलब यह कि नशे के आदी नौजवानों युवकों को नशे का लालच देकर यह नशा तस्कर कुछ भी करा सकते हैं।
हमारे देश की युवा पीढ़ी को नशे की आग में झोंकने वाले ऐसे लोगों से हमें सावधान रहने की जरूरत है। वहीं पुलिस को भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि हमारे देश की युवा पीढ़ी को नशे से सुरक्षित रखा जा सके।
ब्यूरो चीफ एम सलीम खान की रिपोर्ट
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