पुण्य तिथि पर भारत रत्न स्व. राजीव गांधी को किया नमन

पुण्य तिथि पर भारत रत्न स्व. राजीव गांधी को किया नमन

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पुण्य तिथि पर भारत रत्न स्व. राजीव गांधी को किया नमन
पुण्य तिथि पर भारत रत्न स्व. राजीव गांधी को किया नमन

रूद्रपुर : पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर कांग्रेसियों ने उन्हें नमन करते हुए उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया।

महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा के नेतृत्व एवं वार्ड अध्यक्ष खगोपति विश्वास की अध्यक्षता में राजीव नगर स्थित स्व. राजीव गांधी की मूर्ति के समक्ष एकत्र हुए कांग्रेसियों ने मूर्ति पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान जब तक सूरज चांद रहेगा राजीव तेरा नाम रहेगा के नारे भी लगाये गये। 

कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कहा कि देश के विकास और नवनिर्माण में भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राजीव गांधी ने युवा प्रधानमंत्री के रूप में देश की बागडोर संभालकर देश को तरक्की की राह पर आगे बढ़ाया।

उनकी दूरदर्शी युवा सोच के कारण भारत में सूचनाक्रांति आई जिसने देश को एक नई गति और दिशा दी। उनकी पहल के प्रभाव के रूप में आज हम ई-प्रशासन का वर्तमान स्वरूप और शासकीय कामकाज में पारदर्शिता देख पा रहे हैं। डिजिटल इंडिया की नींव राजीव गांधी के कार्यकाल में ही रख दी गई थी।

श्री शर्मा ने कहा कि राजीव गांधी ने पंचायती राज संस्थाओं और नगरीय निकायों को अधिकार संपन्न बनाकर देश की नींव मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने मतदान की आयु 21 से घटाकर कर 18 वर्ष में ही युवाओं को मत देने का अधिकार दिलाया। विज्ञान और तकनीकी को बढ़ावा देकर उन्होंने देश में उद्योगों के लिए नए रास्ते खोले।

राजीव गांधी आधुनिक भारत के स्वप्नदृष्टा थे। उन्होंनेे समावेशी विकास का सपना देखा और उसके लिए अनेकों नीतियां बनाई। राजीव गांधी आतंकवाद के आगे नहीं झुके और देश के लिए अपने प्राणों की भी परवाह नहीं की। वे भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन हमारे दिलों में आज भी जिंदा हैं। राजीव गांधी ने उन्नीसवीं सदी में ही इक्कीसवीं सदी के भारत का सपना देखा था। 

कांग्रेस नेता गोपाल भसीन ने कहा कि आधुनिक सोच और निर्णय लेने की अद्भुत क्षमता वाले राजीव गांधी देश को दुनिया की उच्च तकनीकों से पूर्ण करना चाहते थे। वे बार-बार कहते थे कि भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने के साथ ही उनका अन्य बड़ा मकसद इक्कीसवीं सदी के भारत का निर्माण है।

अपने इसी सपने को साकार करने के लिए उन्होंने देश में कई क्षेत्रों में नई पहल की, जिनमें संचार क्रांति और कम्प्यूटर क्रांति, शिक्षा का प्रसार, 18 साल के युवाओं को मताधिकार, पंचायती राज आदि शामिल हैं। 

पार्षद मोहन खेड़ा ने कहा कि राजीव गांधी युवाओं के लोकप्रिय नेता थे। उनका भाषण सुनने के लिए लोग घंटों इंतजार किया करते थे। उन्होंने अपने प्रधानमंत्री काल में कई ऐसे महत्वपूर्ण फैसले लिए जिसका असर देश के विकास में आज भी देखने को मिल रहा है।

आज हर हाथ में दिखने वाला मोबाइल उन्हीं फैसलों का नतीजा है। अपने प्रधानमंत्री काल में राजीव गांधी ने नौकरशाही में सुधार लाने और देश की अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के लिए कारगर कदम उठाए। वे सियासत को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहते थे।

इस अवसर पर पूर्व मेयर प्रत्याशी सुनील आर्य, सतीश कुमार, विधान सरकार, विधान मंडल, अशोक मंडल, उमा सरकार, सपना गिल, बाबू विश्वकर्मा, सुरेश यादव, संजय आइस, विश्वजीत राय, विकास विश्वास, जयदेव मदक, डा. विमल घरामी, छत्रपाल गंगवार, ओमप्रकाश गंगवार, विरेन्द्र कोली, पप्पू कोली, प्रेम कोली, अशोक विश्वास आदि मौजूद रहै। 

ब्यूरो चीफ एम सलीम खान की रिपोर्ट

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