इंदौर के लॉ कॉलेज में कट्टरता पढ़ाने का आरोप, हिंदुओं को बताया आतंकवादी, प्राचार्य का इस्तीफा

इंदौर के लॉ कॉलेज में कट्टरता पढ़ाने का आरोप, हिंदुओं को बताया आतंकवादी, प्राचार्य का इस्तीफा

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इंदौर के लॉ कॉलेज में कट्टरता पढ़ाने का आरोप, हिंदुओं को बताया आतंकवादी, प्राचार्य का इस्तीफा
इंदौर के लॉ कॉलेज में कट्टरता पढ़ाने का आरोप, हिंदुओं को बताया आतंकवादी, प्राचार्य का इस्तीफा

इंदौर : इंदौर में शासकीय लॉ कॉलेज (Government Law College in Indore) में किताबों के जरिए धार्मिक कट्टरता फैलाने का मामला सामने आया है। इसे लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) द्वारा जमकर हंगामा कर दोषियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home Minister Narottam Mishra) ने कहा कि मैंने इंदौर कमिश्नर को डॉ. फरहत खान की पुस्तक की जांच करने और दोषी होने पर 24 घंटे में एफआईआर करने का कहा है।

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जिस देश में रहते हैं। जिस देश का खाते हैं। फिर देश के खिलाफ लिखने के लिए इतना जहर कहां से लाते हैं यह मुझे समझ में नहीं आता। उन्होंने बताया कि मामले में 5 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।

छात्रों का आरोप है कि इस किताब में लिखा है- हिंदू मुख्य आतंकवादी हैं। साथ ही विश्व हिंदू परिषद, RSS को लेकर आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं। इस मामले में पुलिस ने किताब के लेखक, प्रिंसिपल समेत 4 लोगों पर FIR दर्ज की है। इसके बाद प्रिंसिपल ने इस्तीफा दे दिया (principal resigned) है।

छात्रों का कहना है कि इस किताब की कई प्रतियां लाइब्रेरी में स्टूडेंट के लिए रखवाई गई हैं। किताब की लेखिका डॉ. फरहत खान पर भी छात्र संगठनों ने केस दर्ज करने की मांग की थी। हालांकि, यह पता नहीं चला है कि सरकारी कॉलेज की लाइब्रेरी में यह किताब किसकी अनुमति से रखवाई गई।

 बताया गया था कि छात्राओं को कॉलेज टाइम के बाद बाहर चलने और पब रेस्टोरेंट में आने के लिए कहा जाता है, इतना ही नहीं कॉलेज के प्रोफेसर हिंदू छात्राओं को लव जिहाद के लिए उकसाते हैं साथ ही मुस्लिम छात्रों से कमिटमेंट करने के लिए कहते हैं।
इसके अलावा कॉलेज में धार्मिक कट्टरता पढ़ाने का आरोप भी लगाया था, जिसको लेकर कुछ पुष्तकें भी सामने आई हैं, अब इस मामले में एक्शन हुआ है।
 
डॉ. फरहत खान की किताब में लिखा गया है कि हिंदू संप्रदायवाद विध्वंसकारी विचारधारा के साथ उभर रहा है। विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन हिंदू बहुमत का राज्य स्थापित करना चाहता हैं। दूसरे समुदायों को शक्तिहीन बनाकर गुलाम बनाना चाहता हैं।
वह किसी भी बर्बरता के साथ हिंदू राज्य की स्थापना को उचित ठहराता है। हिंदुओं ने हर संप्रदाय से लड़ाई का मोर्चा खोल रखा है। पंजाब का सच आज यह है कि मुख्य आंतकवादी हिंदू हैं और सिख प्रतिक्रिया में आतंकवादी बन रहा है।

प्रिंसिपल डॉ इनामुर रहमान (Principal Dr. Enamur Rahman) ने कहा कि कई शिकायतें मेरे पास आई थी कि यहां लव जिहाद होता है, नमाज पढ़ाई जाती है। लेकिन इस तरह का मामला मेरे सामने नहीं आया था।

कुछ बच्चों ने मांग भी की थी कि कुछ टीचरों को यहां से हटाओ, तब मैंने बच्चों से कहा था कि ये मेरे कार्य क्षेत्र में नहीं आता है। किताब को लेकर प्रिंसिपल ने कहा कि मेरे समय ये किताब नहीं खरीदी गई, ना ही लाइब्रेरी में ये किताब इश्यू हुई है। वो किताब जो बच्चों को सप्लाई की जाती है, वो बच्चों के बीच आ गई होगी। पूर्व प्राचार्य के समय का मामला हो सकता है।

 इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ भंवरकुआं थाने में FIR दर्ज हुई हैं। किताब के प्रकाशक, लेखक, कॉलेज के प्रिंसिपल और एक शिक्षक पर केस दर्ज किया गया है।
दरअसल, लॉ कॉलेज के छात्रों ने भंवरकुआं थाने में एक आवेदन दिया था। इसमें किताब के लेखक, लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल और एक शिक्षक पर केस दर्ज करने की मांग की है। पुलिस को दिए आवेदन के साथ यह किताब भी जमा की गई है। पुलिस ने किताब पढ़कर कार्रवाई की बात कही।
 
आखिर क्या हैं मामला

दरअसल लॉ कॉलेज में सामूहिक हिंसा एवं दाण्डिक न्याय पद्धति नाम की एक किताब में हिंदू विरोधी बातें छपी होने की बात सामने आई। इस किताब की लेखक डॉ. फरहत खान (Dr. Farhat Khan) है। जिसे अमर लॉ पब्लिकेशन, एमजी रोड, इंदौर ने छापा था। इस किताब में सीधे तौर पर हिंदू और हिंदू संगठनों की आतंकवादियों से तुलना की गई है।

इस किताब के पाठ 5 में लिखा है। सांप्रदायिक हिंसा के प्रमुख कारणों में हिंदू सांप्रदायिकता एक प्रमुख कारण है। हिंदू संप्रदायवाद विध्वंस कारी विचारधारा के रूप में उभर रहा है।

स्टेट हेड साहिल कपूर की रिपोर्ट

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