गरुड़ पुराण के अनुसार इन बुरे कर्म करने वाले को नर्क में मिलती है इतनी यातनापूर्ण सजा
गरुड़ पुराण के अनुसार इन बुरे कर्म करने वाले को नर्क में मिलती है इतनी यातनापूर्ण सजा

गरुड़ पुराण की इन सज़ाओं पर यकीन कर लिया जाए, तो ज़रूर ही दुनिया से पाप मिट जाएंगे। इन्हें जान कर किसके मन में खौफ़ नहीं हो जाएगा?
गरुड़ पुराण का नाम आप सबने ज़रूर सुना होगा, ये विष्णु पुराण का एक हिस्सा है। इसमें भगवान विष्णु और पक्षियों के देवता, गरुड़ के बीच हुए संवाद का ज़िक्र किया गया है। इस ग्रन्थ में मृत्यु के बाद होने वाली गतिविधियों का ब्यौरा दिया गया है।
जैसे मरने के बाद क्या-क्या होता है और कर्मों के कैसे फल और कैसी सज़ा मिलती है। स्वर्ग और नर्क का सिद्धांत भी इसी ग्रन्थ में दिया गया है। इस ग्रन्थ का एक भाग पूर्ण रूप से कर्मों के लिए दी जाने वाली सज़ाओं पर आधारित है। आइये आपको बताते हैं इसमें दी गयी सबसे भयावह सज़ाओं के बारे में।
तमिस्रम : ऐसा कहा जाता है कि जो लोग दूसरों के पैसे लूटते हैं, उन्हें यमदूत रस्सी से बांध कर नर्क में मारते हैं । अगर वो बेहोश हो जाते हैं, तो उनके होश में आने के बाद फिर उन्हें पीटा जाता है।
रौरावम : ये सज़ा उन पापियों के लिए है, जो दूसरों की दौलत पर ऐश करते हैं और उनकी खुशियां छीन लेते हैं। ऐसे पापियों को सांपों से भरे हुए एक कुएं में धकेल दिया जाता है।
वैतरणी : ऐसे शासक, जिन्होंने अपने पद का गलत उपयोग किया है, उन्हें इस नदी से होकर गुज़रना पड़ता है।ऐसा माना जाता है कि ये सबसे ख़तरनाक सज़ा है. इस वैतरणी नदी में मानव शरीर, उनकी खोपड़ियां, कंकाल और खून और कई गन्दी चीज़ें पड़ी रहती हैं। इसमें लोगों को ये सारी चीज़ें खानी भी पड़ती हैं।
क्रीमीभोजनम : ऐसे लोग, जो दूसरों को बस स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन्हें ये खौफ़नाक सज़ा दी जाती है। ऐसे लोगों को नर्क में कीड़े और सरीसृप ज़िन्दा ही खा जाते हैं।
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